गन्ना बदल सकता है कंबोडिया के किसानों की आर्थिक ‘तकदीर’

नोम पेन्ह (कंबोडिया) : उद्योग और हस्तशिल्प मंत्रालय ने कहा कि, बोडिया की तीन प्रमुख चीनी कंपनियों ने इस वर्ष के पहले नौ महीनों में 1,20,126 टन कच्चे चीनी का उत्पादन किया।यह कहा गया है कि रुई फेंग (कंबोडिया) इंटरनेशनल कंपनी लिमिटेड ने 56,664 टन, येलो फील्ड (कंबोडिया) इंटरनेशनल लिमिटेड (51,420 टन) और कोह काँग शुगर इंडस्ट्री कंपनी लिमिटेड (12,042 टन) का उत्पादन किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि नोम पेन्ह शुगर कंपनी लिमिटेड ने आंकड़े उपलब्ध नहीं कराए। हालांकि, मंत्रालय से पिछली रिपोर्ट में कहा गया है कि कंबोडिया के पांच प्रमुख चीनी उत्पादकों ने 2016 में अंतरराष्ट्रीय बाजार में देश की योजनाबद्ध परिष्कृत चीनी क्षमता का सिर्फ चार प्रतिशत (80,000 टन ) निर्यात किया था।

कृषि मंत्रालय और मत्स्यपालन प्रवक्ता सरे वूथी ने कहा कि मंत्रालय अब किसानों को गन्ना विकसित करने के लिए राजी करने की कोशिश कर रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस क्षेत्र में विकास के लिए पर्याप्त जगह है ।उन्होंने कहा कि गन्ना उद्योग में किसानों के लिए उद्योग की उत्पादन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपनी खेती को बढ़ावा देने की बड़ी क्षमता है। गन्ना उद्योग में किसानों के लिए बड़ी क्षमता है। यदि वे उद्योग द्वारा आवश्यक गन्ना का उत्पादन कर सकते हैं, तो इससे न केवल उन्हें अधिक लाभ मिलेगा बल्कि हमारे आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।

वूथी ने कहा, अब हम किसानों के साथ काम कर रहे हैं और उन्हें अनुबंध खेती के माध्यम से चीनी मिलों से जोड़ रहे हैं, जो उनके लिए सही मूल्य और बाजार सुनिश्चित करेंगे। अ गर हम अपनी योजना को सफलतापूर्वक क्रिया में डाल सकते हैं, तो गन्ना की खेती में वृद्धि होगी और कारखानों में पूर्ण उत्पादन करने में सक्षम होंगे। मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि परिवारों ने पिछले साल गन्ना के 19,717ha की खेती की – 2016 से 11 प्रतिशत की कमी आई। यील्ड भी 15 फीसदी गिरकर 629,320 टन हो गई।

SOURCEChiniMandi

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