उत्तर प्रदेश: गन्ना फसल में रेड-रोट की रोकथाम के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं

धामपुर (उत्तर प्रदेश) :उत्तर प्रदेश के कई जिले लाल सड़न रोग के चपेट में आए है, और इससे गन्ने की फसल प्रभावित हुई है। किसानों द्वारा रोग के रोकथाम के प्रयासों के बावजूद रेड-रोट बीमारी तेजी से फैल रही है। अमर उजाला में प्रकाशित खबर के अनुसार, जिले में किसानों को सुझाव दिया गया है की, बरसात शुरू होने से पहले बीमारी से ग्रसित पौधों को उखाड़ कर खेतों से बाहर फेंक दें।उनकी जड़ों में ब्लीचिंग पाउडर डाल दें। हेक्साटॉक दवाई को स्प्रे करें। 10 दिन के निरीक्षण में तीस हजार प्लॉटों में अब तक 1500 प्लॉट बीमारी से प्रभावित है, जिन्हें बचाने का प्रयास किया जा रहा है।

चीनी मिल के जीएम गन्ना ओमवीर सिंह ने कहा कि, धामपुर चीनी मिल क्षेत्र में इस बार फिर से गन्ने की फसल में रेड रोट बीमारी तेजी से फैलती नजर आ रही है।हालांकि, रोकथाम के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। मिल क्षेत्र में लगभग दो लाख प्लॉटों में गन्ने की फसल है। 15 जुलाई तक हर हाल में प्रत्येक प्लॉट का निरीक्षण करने का लक्ष्य है। बीमारी से प्रभावित खेतों को किसानों के सहयोग से बचाने का प्रयास किया जा रहा है। जिससे मिल और किसानों को लाभ हो सके। मिल की ओर से बीमारी को काबू करने के लिए 100 कर्मियों को किसानों के सहयोग के लिए लगाया गया है। मिल कर्मी गांवों में किसानों के साथ खेतों पर जाकर गन्ने की फसल का निरीक्षण कर रहे हैं।

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