कोल्हापुर: कोरोना संकट ने चीनी उद्योग को बड़ा परेशान किया है लेकिन इसके बावजूद चीनी मिलें इस संकट का सामना कर गन्ना पेराई में जुटी हुई है। कोरोना संकट ने चीनी मिल की गति धीमी कर दी थी लेकिन इसके बावजूद चीनी मिलों ने इसका सामना कर पेराई जारी रखा है।
महाराष्ट्र में सिर्फ एक मिल को छोड़कर सारे मिलों ने गन्ना पेराई समाप्त कर दिया है।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार, महाराष्ट्र में, 15 मई 2020 तक 60.87 लाख टन चीनी उत्पादन हुआ था, जबकि पिछले साल की 2018-19 सीजन में उत्पादित 107.15 लाख टन की तुलना में लगभग 46.3 लाख टन कम है। वर्तमान पेराई सीजन में, 145 मिलों ने पहले ही राज्य में अपने पेराई कार्यों को बंद कर दिया है और केवल 1 चीनी मिल चल रही है, जबकि पिछले वर्ष इसी तारीख को, पेराई सीजन 30 अप्रैल 2019 को ही समाप्त हो गया था।
इस सीजन कुल 146 चीनी मिलों ने गन्ना पेराई में भाग लिया था। इस सीजन राज्य की चीनी मिलों को सूखे और बाढ़ का सामना करना पडा था जिसके चलते चीनी उत्पादन में कमी आई है।
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