कुरुक्षेत्र : सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि, गन्ने के लिए राज्य परामर्शित मूल्य (SAP) बढ़ाने की किसानों की मांग को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा। मंत्री डॉ. लाल यहां शाहाबाद सहकारी चीनी मिल लिमिटेड के 39वें गन्ना पेराई सत्र की शुरुआत करने के लिए आए थे। हरियाणा के गन्ना किसान एसएपी को बढ़ाकर 400 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग कर रहे। हरियाणा सरकार जल्दी पकने वाली किस्मों के लिए 362 रुपये प्रति क्विंटल और देर से पकने वाली किस्मों के लिए 355 रुपये प्रति क्विंटल देती है। लाल ने कहा, हरियाणा अपने किसानों को गन्ने की सबसे ज्यादा कीमत देता है।
मंत्री लाल ने कहा, केवल चीनी का उत्पादन ही काफी नहीं है, हमें चीनी मिलों को घाटे से उबारने के लिए सभी संयंत्रों में एथेनॉल, बिजली और गुड़ सहित विभिन्न उत्पादों का उत्पादन शुरू करना होगा। सरकार चीनी मिलों की क्षमता बढ़ाने के लिए कदम उठा रही है ताकि हरियाणा के किसानों को गन्ना दूसरे राज्यों में न ले जाना पड़े। उन्होंने आगे कहा कि, राज्य में चीनी मिलों की वित्तीय स्थिति को मजबूत करने पर ध्यान देने के अलावा, सरकार चीनी रिकवरी में सुधार पर ध्यान केंद्रित कर रही है। कुरुक्षेत्र डीसी शांतनु शर्मा ने कहा कि मौजूदा सीजन में मिल ने 80 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई और 8.80 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन करने का लक्ष्य रखा है। इस मौके पर शाहाबाद के विधायक व शुगरफेड के चेयरमैन रामकरण कला व मिल के एमडी राजीव प्रसाद भी मौजूद रहे।
उधर, अंबाला स्थित नारायणगढ़ चीनी मिलों का गन्ना पेराई सत्र 2022-23 भी मंगलवार से शुरू हो गया।
नारायणगढ़ एसडीएम व चीनी मिल के सीईओ सी जयशारदा व निदेशक वित्त रघुबीर सिंह ने पेराई सत्र की शुरुआत की। चीनी मिल के इकाई प्रमुख वीके सिंह ने कहा कि मिल ने 50 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई का लक्ष्य रखा है।