लखनऊ : चीनी मंडी
पिछले तीन से चार सालों मे उत्तर प्रदेश में गन्ना उत्पादन काफी बढ गया है, लेकिन आज भी किसानों की हालत काफी खस्ता है। किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य से गन्ने के साथ सह फसली खेती जीरो बजट नेचुरल फार्मिंग के लिए प्रदेश का गन्ना विभाग किसानों को प्रेरित करेगा। गन्ना विभाग और चीनी मिल के अधिकारी और कर्मचारी मिलकर किसानों को शून्य लागत वाली कृषि क्रियाओं को अपनाने का सुझाव देंगे। गन्ने की फसल अपनाने से जहां किसान की आय में वृद्धि होती है, वहीं भूमि की उर्वरता बरकरार रहती है।
प्राकृतिक खेती में सभी प्रकार के कृषि निवेश स्थानीय लोगों एवं संसाधनों से पूर्ण हो जाते हैं। ‘जीरो बजट’ खेती के लिए गोबर की खाद एवं अन्य कार्बनिक खादों का प्रयोग किया जाता है। गन्ने के साथ दलहन, तिलहन, फल सब्जी आदि फसलों की खेती की जाती है। जिले के 50 प्रतिशत से अधिक भाग में गन्ने का उत्पादन होता है। उसमें विभागीय प्रयासों से वर्ष 2019 और 20 में 45000 से अधिक क्षेत्रफल में किसानों ने सह फसल अपनाई है।
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