लखनऊ: उत्तर प्रदेश में नया पेराई सत्र का आगाज हो चूका है लेकिन अब तक पूरा गन्ना भुगतान नहीं हुआ है। राजय की चीनी मिलें लॉकडाउन प्रभाव से अभी तक उबर नही पाई हैं। चीनी मिलों को 8,447 करोड़ का भुगतान करना बाकी है। यह बकाया 2018-19 सीज़न के 4,942 करोड़ रुपये के तुलना में अधिक है। उत्तर प्रदेश के गन्ना विकास और चीनी उद्योग विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, सीजन के अंत तक, मिलों ने किसानों द्वारा आपूर्ति किये गये 35,898 करोड़ के गन्ने में से केवल 76 प्रतिशत का भुगतान किया था।
किसानों का कहना है की गन्ना भुगतान नहीं मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति पर असर पडा है। सरकार ने भी प्रसाशन को आदेश दिया है की भुगतान में विफल रही मिलों पर कार्यवाही की जाए। चीनी मिलों का कहना है की लॉकडाउन के कारण उनकी आर्थिक स्थिति खराब है और साथ ही चीनी न बिकने के कारण वे राजस्व संग्रह नहीं कर पा रहे और जिसके चलते गन्ना भुगतान में देरी हो रही है।
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