बाजपुर चीनी मिल की जमीन धीरे धीरे बांटी जा रही हैं, किसानों का आरोप

बाजपुर: स्थानीय बाजपुर चीनी मिल की 15 एकड़ जमीन एकलव्य आवासीय विद्यालय को दे दिया गया है। इसकी खबर मिलते ही किसानों ने गुस्से में एसडीएम कोर्ट पर प्रदर्शन कर विरोध जताया। किसानों का आरोप है कि शुगर मिल की भूमि पहले भी कई संस्थानों को दी जा चुकी है। वर्तमान में चीनी मिल की हालत दयनीय है। ऐसे में भूमि देना उचित नहीं है। विरोध प्रदर्शन करने वालों में भाकियू के प्रांतीय उपाध्यक्ष अजीत प्रताप सिंह रंधावा, सुखदेव सिंह, विजेंद्र सिंह डोगरा, तेजपाल सिंह, सुरेंद्र शर्मा, पिंदा औलख मौजूद थे।

आरोप है कि केंद्र सरकार से बाजपुर विधानसभा में एकलव्य विद्यालय निर्माण करने के लिए मंजूरी मिल चुकी है। विद्यालय निर्माण के लिए चीनी मिल की 15 एकड़ भूमि को जनजाति कल्याण विभाग के नाम हस्तान्तरित करने के लिए जिलाधिकारी को पत्र भेजा गया था।

बाजपुर क्षेत्र में एकलव्य आवासीय विद्यालय निर्माण के लिए केंद्र सरकार से मंजूरी मिल चुकी है। विद्यालय निर्माण के लिए 15 एकड़ भूमि की जरूरत है। ग्रामीणों का कहना है कि इसके लिए शुगर मिल की 15 एकड़ भूमि हस्तांतरित करने की कवायद की जा रही है। भूमि दिए जाने की भनक लगते ही किसान ओर मजदूर विरोध में आ गए। किसानों ने साफ कहा कि चीनी मिल के वे अंशदारी हैं। मिल हित में किसी भी कीमत पर भूमि नहीं देने देंगे।

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