पानीपत : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गन्ना फसल के मामले में किया ट्वीट गना किसानों को रास नही आया। खट्टर द्वारा गन्ना पैदावार से संबंधित पूरा डाटा चार दिन के भीतर ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर डालने की अपील किए जाने के बाद किसान संगठन सरकार के खिलाफ हैं। खट्टर के इस आदेश के बाद प्रदेश की किसानों में काफी आक्रोश है, कुछ किसान संघठन आन्दोलन करने पर विचार कर रहे है।
सरकार ने किसानों को गन्ने का ब्यौरा पोर्टल पर डालने के लिए बहुत कम समय दिया गया है और इसे बढ़ाना जरूरी है क्योंकि ज्यादातर किसानों के पास इंटरनेट की सुविधा नहीं है। राज्य कृषि विपणन बोर्ड द्वारा स्थापित पोर्टल www.fasalhry.in पर अपनी गन्ने की फसल का ब्यौरा अपलोड करवाने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार ने इन आदेशों में साफ किया है कि अगले सीजन में चीनी मिलों द्वारा उन्हीं किसानों का गन्ना खरीदा जाएगा जिन्होंने ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर अपनी फसल का रजिस्ट्रेशन करवाया है।
किसानों ने एक बार फिर सरकार के विरूद्ध मोर्चा खोलते हुए सरकार से यह आदेश वापस लेने की मांग की है। वहीं इस ट्वीट के बाद मुख्यमंत्री खट्टर विपक्ष के निशाने पर भी आ गए है। सरकार के इस फैसले का विरोध करते हुए भारतीय किसान यूनियन ने कहा कि, किसानों द्वारा इससे पहले सरसों का पूरा ब्यौरा पोर्टल पर डाला गया था और इसके बावजूद सरकार ने खरीदी नहीं की। अब सरकार गन्ने के साथ भी वही खेल, खेल रही है ।
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