कुशीनगर, उत्तर प्रदेश: पिछले कुछ सालों से गन्ना उद्योग बड़ी तेजी से बढ़ रहा है। सरकार द्वारा बंद पड़ी चीनी मिलों का पुनरुत्थान किया जा रहा है। साथ ही कम लगत से ज्यादा मुनाफा हो इसलिए राज्य सरकार द्वारा किसानों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। सेवरही गन्ना अनुसंधान संस्थान में गोरखपुर व गोंडा जिले से आए 100 किसानों को प्रशिक्षित किया गया।
‘अमर उजाला’ में प्रकाशित खबर के अनुसार, संस्थान के संयुक्त निदेशक डॉ. सुभाषचंद्र सिंह ने कहा कि, पूर्वांचल में बड़े पैमाने पर गन्ने की खेती की जाती है। प्रदेश सरकार लगातार किसानों के हित में कार्य कर रही है। यदि किसान उन्नत विधि व समुचित प्रबंधन के साथ गन्ने की खेती करें, तो गन्ने की उपज में वृद्धि के साथ उनकी आय बढ़ाने में मदद मिलेगी। संस्थान की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अर्चना सिराड़ी ने कहा कि, सरकार का लक्ष्य किसानों की उपज बढ़ाना और खेती की लागत कम करना है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम को संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. विनय मिश्र, डॉ. वाईपी भारती, डॉ. कमलकिशोर साहू, डॉ. सत्येंद्र कुमार, डॉ. कृष्णानंद, डॉ. केपी सिंह, अजय राय, संजय शुक्ल, श्रीकृष्ण शुक्ल आदि ने संबोधित कर किसानों को लाभकारी गन्ना उत्पादन के मंत्र दिए। इसके बाद सभी किसानों को गन्ना परिक्षेत्र का भ्रमण कराया गया और किसानों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।