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श्रीगंगानगर, 29 अप्रैल: राजस्थान के गंगानगर में स्थित प्रदेश की एक मात्र चीनी मिल के बंद होने से इलाक़े के कई गन्ना किसान परेशान है। गन्ना मिल में पिराई पूरी होने के बाद मिल को बंद कर दिया गया था लेकिन कुछ गन्ना किसानों को लेबर नहीं मिलने से उनका गन्ना समय पर नहीं कटा जिसके चलते तय समय पर मिल नहीं पहुँच पाया। संगरिया के किसान मंगल सिंह ने बताया कि इन दिनों गेहूँ कटाई के कारण लेबर नहीं मिले और जो लेबर मिले वो मनमाफिक दाम माँग रहे थे इसलिये गन्ना कटाई में समय लग गया। लेबर नहीं मिलने की वजह है ये थी कि लोकसभा चुनावों के कारण बिहार के श्रमिक अपने घर चले गए और कुछ लेबर गेंहूं की कटाई मे लग गए। लेबर को गन्ना के बजाय गेहूँ काटने में ज़्यादा मेहनताना मिलता है इसलिए भी उन्होंने गन्ना काटने में रुची नहीं ली।
गन्ना किसान जयसिंह डूडी ने बताया कि उनका गन्ना कटा हुआ है लेकिन मिल बंद होने के कारण पिराई नहीं हुई है। चुनावों के कारण प्रशासन हमारी समस्या की ओर ध्यान नहीं दे रहा है। सीमा से सटे गावं के किसान कुलंवंत ने बताया कि उनके गन्ना कि पिराई हो गयी लेकिन अभी तक भुगतान नहीं हुआ है। मिल बंद है, प्रशासन चुनाव में व्यस्त है अब अपनी बात कहें तो किसे कहें।
सुरंग मिल प्रशासन का कहना है कि मार्च माह में सुगर मिल ने अपना पिराई सत्र पूरा कर लिया था और लगभग साढ़े आठ लाख क्विंटल गन्ने की पिराई हो चुकी थी । लेकिन साढ़े तीन लाख क्विंटल गन्ना आना बाकी था इसलिये अप्रैल में भी मिल को खुला रखना पड़ा था। इसमें अधिकांश गन्ना तो आ गया था लेकिन जो किसान गेहूँ की कटाई में लगे रहे उनका गन्ना समय पर कट नहीं पाया। सुगर मिल प्रशासन का कहना है कि अप्रैल के मध्य तक जो गन्ना आया उसकी भी पिराई कर ली गयी थी। मिल विभाग ने ये भी कहा कि हमने सर्वे करवा कर पता किया था उसके बाद मिल का पेराई सत्र पूरा हुआ है।