पीलीभीत: पीलीभीत के गन्ना किसानों के सामने एक नया संकट मंडराने लगा है। इनके हजारों एकड़ गन्ने की फसल में रेड रॉट यानी कैंसर की बीमारी लग गई है। इसे लाल सड़न रोग भी कहते हैं। गन्ने की इस बीमारी से किसानों में हड़कंप मचा हुआ है। इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है। ऐसे में सारी फसल बर्बाद हो गई है। किसानों को भारी नुकसान होने की आशंका है।
पीलीभीत जिला यूपी के प्रमुख गन्ना उत्पादन जिलों में एक है। रेड रॉट (कैंसर) के कारण गन्ने की फसल सूख रही है। एक किसान ने कहा कि इस रोग के कारण बीसलपुर तहसील के खेत में खड़े गन्ने सूखने लगे हैं। इसकी शिकायत अधिकारियों से भी की गई है, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।
गन्ने की बीमारी की सूचना पर गन्ना अधिकारी जितेंद्र मिश्रा ने बीसलपुर में जाकर किसानों की फसल का निरीक्षण किया।गन्ना निरीक्षक ने बताया कि रेड रॉट बीमारी का कोई इलाज नहीं है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी को रोका जा सकता है। यदि किसी भी किसान भाई को इस तरह के संक्रमित गन्ने का पौधा दिखता है तो उसे तुरंत नष्ट कर देना चाहिए नहीं तो यह काफी तेजी से पसरता है। गन्ना निरीक्षक के मुताबिक यह रोग जड़ से उपर की तरफ फैलता है और इसमें अल्कोहल जैसी दुर्गंध आती है।
अधिकारी के मुताबिक गन्ने की फसल कटने के लिए तैयार है लेकिन इस बीमारी के कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। इस रोग के कारण फसल की बर्बादी के साथ साथ उत्पादन भी घट सकता है। गन्ने की खेती के असर से चीनी उत्पादन भी बुरी तरह से प्रभावित हो सकता है।
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