अंबाला: पंजाब के अंबाला में गन्ना किसान आक्रोश में है क्योंकि लंबे समय से उन्हें अपने गन्ने के बकाए का इंतजार है। नरसिंहगढ़ में निजी चीनी मिल पर गन्ना किसानों का 108 करोड़ रुपये बकाया है. नियम यह है कि गन्ने की फसल को कारखाने के मालिकों को सौंपने के 14 दिनों के भीतर किसानों के बैंक खातों में गन्ना राशि जमा की जानी चाहिए, लेकिन मिलर ऐसा करने में विफल रहे है. किसान लगभग चार माह से राशि का इंतजार कर रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 5,795 किसानों को नरिंगगढ़ शुगर मिल से 2018-19 सीजन के लिए 107.89 करोड़ रुपये का इंतजार है.
जिले के किसानों ने चालू सीजन में 30 अप्रैल तक चीनी मिल को 61.24 लाख क्विंटल गन्ने की बिक्री की है, जिसमें से चीनी मिल को राज्य-सलाह मूल्य के अनुसार 206.13 करोड़ रुपये का भुगतान करना था. कुल लंबित राशि में से, मिल ने 98.24 करोड़ रुपये का भुगतान किया, जबकि अभी भी, 30 अप्रैल तक किसानों का 107.89 करोड़ रुपये का बकाया है.
बढ़ते गन्ने के बकाया को देखते हुए नरिंगगढ़ सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) अदिति शर्मा ने मिल प्रबंधन से किसानों के बकाया को कम करने के लिए प्रतिदिन कम से कम 1 करोड़ रुपये का भुगतान करने का आग्रह किया है। चीनी मिल प्रबंधन ने एसडीएम को आश्वासन दिया है कि आने वाले दिनों में गन्ने का बकाया चुकता हो जाएगा.
एसडीएम ने कहा, “हम किसानों की मदद करने और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि उनका बकाया का भुगतान बिना किसी देरी के हो जाए.”