मैसूरु: मैसूरु में उपायुक्त कार्यालय के सामने शनिवार को अनिश्चितकालीन प्रदर्शन शुरू करने वाले मैसूरु के गन्ना किसानों ने उपायुक्त बगदी गौतम द्वारा 17 अगस्त को अपने प्रतिनिधियों और गन्ना मिल मालिकों की एक बैठक बुलाने का आश्वासन दिए जाने के बाद अपना आंदोलन वापस ले लिया। गन्ना किसानों ने गन्ने का उचित और लाभकारी मूल्य (एफआरपी) बढ़ाने सहित अपनी मांगों को लेकर दबाव बनाने के लिए सुबह करीब 11 बजे अपना प्रदर्शन शुरू किया। लेकिन, मैसूरु के संयुक्त कृषि निदेशक, महंतेशप्पा ने प्रदर्शन स्थल का दौरा किया और किसानों को आश्वासन दिया कि, उनकी समस्याओं के समाधान के लिए अगले सप्ताह एक बैठक आयोजित की जाएगी।
द हिन्दू डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, किसानों ने शुरू में पिछले एक महीने में तीन बार प्रस्तुत किए गए उनके आवेदन का जवाब देने में जिला प्रशासन की विफलता का हवाला देते हुए आंदोलन को वापस लेने से इनकार कर दिया, जिसके बाद महंतेशप्पा कार्यक्रम स्थल से चले गए। लेकिन, जब वह कुछ देर बाद लौटे तो उपायुक्त ने किसान नेता कुरुबुर शांताकुमार से महंतेशप्पा के मोबाइल पर बात की और 17 अगस्त को गन्ना मिल मालिकों और किसान प्रतिनिधियों के साथ बैठक बुलाने का वादा किया जिसके बाद आंदोलन बंद किया गया। शांताकुमार ने कहा कि, चीनी मिलों द्वारा गन्ने की कटाई और परिवहन में 13 महीने तक की देरी के कारण किसान परेशान हैं।