पुणे : चीनीमंडी
महाराष्ट्र में चीनी मिलें मंत्रिस्तरीय समिति द्वारा तय तिथि के बाद ही अपना परिचालन शुरू कर सकती हैं। समिति के प्रमुख मुख्यमंत्री होते है। महाराष्ट्र में अभी भी एक स्थिर सरकार नही बन पाई है। जिसके कारण राज्य में चीनी मिलें शुरू नहीं हो पाई है। राष्ट्रपति शासनकाल लागू होने के कारण पेराई शुरू होने में देरी हो रही है। पेराई सीजन को हो रही देरी को देखते हुए गन्ना किसान भी काफी परेशान है, माळेगाव और सोमेश्वर चीनी मिल क्षेत्र के गन्ना किसानों ने जल्द से जल्द चीनी मिलें शुरू करने की मांग उठाई है। ताकि गन्ना कटाई के बाद ठंडी के मौसम का लाभ उठाते हुए उस खेत में गेहूं, चने की बुआई की जा सके।
किसानों का कहना है की, भारी बारिश के कारण पहले ही फसल का भारी नुकसान हुआ है और अब अगर सीजन देरी से शुरू होता है, इसका असर भी फसल पर पड़ेगा, जिससे उन्हें और नुकसान हो सकता है। इसलिए चीनी मिलें तत्काल शुरू करने की मांग तूल पकड़ रही है। चीनी आयुक्त कार्यालय ने 25 नवंबर को पेराई सत्र शुरू करने के लिए राज्य सरकार से सिफारिश की है, यानि की अभी भी मिलें शुरू होने में कम से कम 10 दिन लग सकते है। जब तक गन्ने की कटाई नही होती है, तब तक किसान उस खेत में दूसरी फसल नही ले सकते, वे जल्द से जल्द गन्ना खेत ख़ाली हो जाए इसलिए इन्होंने चीनी मिले जल्दी शुरू करने की मांग की है, ताकि वो गेहूं, चने की फसल ले सके।
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