तंजावुर: द हिन्दू में प्रकाशित खबर के मुताबिक, जिले में थिरुमन कुडी निजी चीनी मिल से जुड़े आंदोलनकारी गन्ना किसानों ने पिछले मिल प्रबंधन द्वारा बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से गन्ना किसानों के नाम पर लिए गए ‘अवैध बैंक ऋण’ की सीबीआई जांच की मांग की है। गन्ना काश्तकार पिछले कुछ हफ्तों से थमीजागा करूम्बु विवसईगल संगम, स्वामीमलाई के बैनर तले प्रदर्शन कर रहें है, और राज्य सरकार को पिछले मिल प्रबंधन द्वारा उन पर लगाए गए 300 करोड़ के कर्ज के बोझ से बाहर निकालने की मांग कर रहें है।
कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया के माध्यम से 2016 में चीनी मिल के पूर्व मिल प्रबंधन को दिए गए लगभग 160 करोड़ रुपये के ऋण की वसूली के लिए बैंकों के कंसोर्टियम ने एनसीएलटी के समक्ष एक याचिका दायर की है। एनसीएलटी ने इस साल मई में 145 करोड़ रुपये से अधिक के परिसमापन खर्च के समझौते या नए प्रबंधन द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी, जो पास के पुडुकोट्टई जिले में आसवनी और अल्कोहल इकाइयों का संचालन कर रहा है।