तंजावुर: गन्ना किसानों ने बड़ी संख्या में बुधवार को तंजावुर में कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया और निजी चीनी मिलों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जो कई करोड़ रुपये के बकाया के भुगतान में देरी कर रही है।
द टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, गन्ना किसान संघ के अध्यक्ष रवींद्रन ने कहा कि, थिरुमन कुडी में थिरु अरूरन चीनी मिल चार साल पहले किसानों को बकाया भुगतान किए बिना बंद हो गई । उन्होंने आरोप लगाया कि, मिल ने गन्ने की आपूर्ति करने वाले किसानों को कर्जदार बनाकर बैंकों से कर्ज लिया है। हालांकि किसी अन्य पार्टी ने मिल की सत्ता संभाली है, लेकिन उन्होंने किसानों का न तो बकाया चुकाया और न ही कर्ज चुकाया।
रवींद्रन ने कहा कि, गन्ना किसानों के परिवार के लगभग 15,000 सदस्य गुज़ारा करने के लिए संघर्ष कर रहे थे। प्रभावित किसान अपनी मांगों को लेकर 20 दिनों से अधिक समय से मिलों के सामने धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि पुलिस ने तीन साल पहले मिल प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज किया था, लेकिन पिछली सरकार के तहत कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि, मुख्यमंत्री एम के स्टालिन को आवश्यक कार्रवाई करनी चाहिए ताकि किसानों को उनका बकाया तुरंत मिल सके।