लखनऊ: शामली के गन्ना उत्पादकों ने कुछ वर्षों से लंबित गन्ना बकाया के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर दिवाली न मनाने का फैसला किया है। यह घटनाक्रम बीकेयू, आरएलडी और एसपी नेताओं द्वारा प्रदर्शनकारी किसानों से मुलाकात करने के एक दिन बाद आया है।
द टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, किसान अपना 220 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया चुकाने के लिए शामली चीनी मिल पर दो महीने से अधिक समय से धरना दे रहे हैं।
रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि, भाजपा सरकार 14 दिन में गन्ना भुगतान करने के अपने वादे पर विफल रही है। उन्होंने कहा कि, गन्ना अधिनियम के अनुसार देरी की स्थिति में सरकार को किसानों को ब्याज देना होता है लेकिन अभी तक कुछ नहीं किया गया है। सपा नेता और कैराना लोकसभा प्रभारी सुधीर पंवार ने कहा कि, डबल इंजन सरकार राजनीतिक प्रतिशोध के कारण शामली के किसानों की अनदेखी कर रही है क्योंकि जिले की सभी विधानसभा सीटें भाजपा हार गई है।