मेरठ, उत्तर प्रदेश: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों को गन्ने की जगह केले की खेती पसंद आ रही है। केले की फसल धीरे-धीरे गन्ने की जगह ले रही है।
टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, पिछले साल के 250 हेक्टेयर से बढकर इस साल लगभग 466 हेक्टेयर पर केले का रोपण किया गया हैं।
किसानों का कहना है की केले की फसल गन्ने की तुलना में अच्छी रिटर्न देती है, और यह फसल लगभग रोग मुक्त भी है। गाजियाबाद, मेरठ, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर और बागपत सहित पश्चिमी यूपी के 12 से अधिक जिलों में किसान केले के पौधे लगा रहे हैं। फसल विशेषज्ञ इस क्षेत्र में नकदी फसल के रूप में केले की फसल का उज्ज्वल भविष्य देख रहे हैं।
एक कृषि वैज्ञानिक ने कहा, कुल 466 हेक्टेयर में उगाए जा रहे केले उनके जिलों की आवश्यकताओं के केवल 10% को पूरा करेंगे। बाकी केले बाहर से ही आएंगे।
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