कोल्हापुर: स्वाभिमानी शेतकारी संगठन (एसएसएस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने सरकार को चेतावनी दी कि, यदि गन्ना किसानों को इस सीजन से उनके गन्ने का एफआरपी (उचित और लाभकारी मूल्य) का भुगतान एक किश्त में नहीं हुआ तो चीनी मिलों को पेराई सत्र शुरू करने की अनुमति नहीं देंगे। लंबित एफआरपी राशि पर चर्चा करने के लिए पुणे में चीनी आयुक्त शेखर गायकवाड़ के साथ बैठक के बाद शेट्टी ने कहा कि महाविकास आघाड़ी (एमवीए) ने एफआरपी को किश्तों में भुगतान करने की अनुमति देकर किसानों को धोखा दिया है। उन्होंने मांग की कि, अगर सरकार अपनी पिछली एमवीए सरकार के एफआरपी के फैसले को बर्खास्त करने में विफल रही, तो हम इस साल के पेराई सत्र को शुरू करने की अनुमति नहीं देंगे।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शेट्टी ने कहा कि, चीनी मिलों के गन्ना बकाया लंबित है और पिछले साल के पेराई सत्र को समाप्त हुए तीन महीने पूरे हो चुके हैं, गन्ना किसानों को अब तक उनकी लंबित एफआरपी राशि नहीं मिल सकी है। उन्होंने गायकवाड़ से कहा कि, चीनी मिलों को पिछले साल के पेराई सत्र की लंबित एफआरपी राशि 15 प्रतिशत ब्याज के साथ तत्काल देने का निर्देश दें। शेट्टी ने अपनी मांगों का एक ज्ञापन गायकवाड़ को सौंपा। इस अवसर पर योगेश पांडे, बापूसाहेब करांडे, सुरेंद्र पंढरपुरे और डॉ दिनेश लालवानी मौजूद थे।