संजीवनी चीनी मिल पर किसानों का अनिश्चितकालीन धरना 7 जनवरी से

संगेम (गोवा): यहां के गन्ना किसानों ने सरकार पर किसानों की उपेक्षा और उनके साथ वादाखिलाफी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे धरबंदोरा की संजीवनी चीनी मिल पर 7 जनवरी से अनिश्चितकालीन धरना आंदोलन करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने संजीवनी चीनी मिल को इस साल के लिए अचानक बंद करने का निर्णय लेते वक्त किसानों को जो आश्वासन दिये थे, उन्हें पूरा करने में वह (सरकार) पूरी तरह से नाकाम रही है।

गोवा किसान एसोसिएशन के बैनर तले किया जाने वाला यह आंदोलन किसानों की मांगें पूरी होने तक जारी रखने की चेतावनी भी दी गई है। संगेम और आसपास के अन्य इलाक़ों के गन्ना किसानों की वाडेम कर्डी में रविवार को आयोजित एक बैठक में यह निर्णय लिया गया। एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र देसाई ने गोवा के सहकारिता मंत्री गोविंद गौड पर किसानों को झूठे आश्वासन देने का आरोप लगाते हुए बताया कि मंत्री ने दो महीने पहले कर्डी संगेम में आयोजित किसानों की सभा में कहा था कि गन्ने की कटाई के लिए एक समय सीमा के भीतर पड़ोसी राज्यों से श्रमिकों को लाया जाएगा। गौड ने गन्ना किसानों को एक साल के भीतर संजीवनी गन्ना मिल का पुनरुद्धार करने का आश्वासन भी दिया था। इन वादों को सरकार ने अब तक पूरा नहीं किया, जिसकी वजह से गन्ना किसानों को आंदोलन का सहारा लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि सरकार जब तक किसानों से किये गए वायदों को पूरा करने का लिखित आश्वासन नहीं देती, आंदोलन जारी रहेगा।

एसोसिएशन के सदस्य फ्रांसिस्को मैस्कैरन्हस ने कहा कि सरकारी उपेक्षा के कारण राज्य के गन्ना किसानों को भारी नुकसानों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार ने किसानों से किए अपने वादों को पूरा करने का लिखित आश्वासन नहीं दिया तो किसान आंदोलन को और तेज़ कर देंगे।

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