लखनऊ: बकाया भुगतान से परेशान गन्ना किसानों को जल्द ही ‘अच्छे दिन’ आने संभावना बनी है। उत्तर प्रदेश के किसान नेता राधेश्याम सिंह ने दावा किया की, पहले गन्ने से केवल चीनी और सीरा ही बनता था, लेकिन अब मिलें सरकार द्वारा आर्थिक सहायता मिलने के कारण गन्ने से चीनी, सीरा के साथ इथेनॉल, प्लाईवुड, बिजली, आदि भी बनाएगी, जिससे गन्ना किसानों की आमदनी भी बढ सकती है। सिंह की इस बात पर यकीन किया जाए तो, समय पर गन्ना बकाया मिलने के लिए लंबी लडाई लड रहे किसानों को राहत मिल सकती है।
सिंह ने यह भी दावा किया की, कई सारी मिलें सालभर बाजार में बिकने वाले गन्ने के जूस के पैकेट भी बनाने जा रही है। अब गन्ने की पत्ती से लेकर बगास के डस्ट तक के दाम गन्ना किसानों को मिलेंगे। गन्ने से अब सफेद सोना पैदा करने की पूरी तैयारी कर ली गई है। पिपराइच के गन्ना किसान संस्थान में पश्चिम के पांच जिलों से आये किसानों के सम्मान व प्रशिक्षण में आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि सिंह आये थे।
संस्थान के सहायक निदेशक ओमप्रकाश गुप्ता ने कहा कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती है। कीचड़ में कमल खिलता है और खेल खलिहान में किसान रूपी भगवान बसते है। खेती करना यानी भगवान की सेवा करने के बराबर होता है। किसानों को अब नये तकनीक का इस्तेमाल करने खेती करनी चाहिए, ताकि आमदनी में भी वृध्दी हो सके। सरकार की इथेनॉल निती के कारण मिलों की राजस्व में अच्छी खासी बढोतरी हो सकती है। इस अवसर पर गन्ना बुआई, से लेकर पैदावार तक की जानकारी साझा की।
यह न्यूज़ सुनने के लिए इमेज के निचे के बटन को दबाये.