पीलीभीत, उत्तर प्रदेश: 2019-20 पेराई सत्र के लिए जिले की चीनी मिलों द्वारा गन्ना बकाया भुगतान के बावजूद पीलीभीत के किसानों के बीच गन्ने की खेती पहली पसंद बनी हुई है। विभागीय सर्वेक्षण के बाद सोमवार को अंतिम आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष गन्ने की खेती के क्षेत्र में 3,066 हेक्टेयर की वृद्धि हुई है।
जिला गन्ना अधिकारी जितेंद्र कुमार मिश्रा ने कहा की, 2019-20 के दौरान जिले में किसानों ने 98071 हेक्टेयर में गन्ने की फसल उगाई थी, और अब यह 1,01,137 हेक्टेयर तक हो गई है। उन्होंने कहा कि, आगामी पेराई सत्र के लिए गन्ना आपूर्ति के लिए पंजीकृत नए किसानों की संख्या भी बढ़ रही है।
एक किसान सुखदीप सिंह ने कहा, गेहूं या धान की तुलना में गन्ना अधिक टिकाऊ फसल है। इसपर बीमारियों और कीड़ों का भी कम से कम असर होता है।जिससे किसान गन्ने को भुगतान में देरी के बावजूद अन्य फसलों से ज्यादा पसंद करते है।
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