मेरठ: उप्र राज्य चीनी निगम लि. के अंतर्गत संचालित मोहिउद्दीनपुर चीनी मिल में चलाए जा रहे गन्नावीर पदक कार्यक्रम को अब बस्ती व गोरखपुर जिले की चीनी मिलों में भी लागू कराया जाएगा। इससे दोनों मिलों का रिकवरी (चीनी परता) बढ़ाने पर जोर दिया जायेगा। आपको बता दे की, मोहिउद्दीनपुर मिल ने पिछले पांच सालों में चीनी रिकवरी का रिकॉर्ड बना दिया है। पिछले सालों में चीनी मिल की रिकवरी 10 प्रतिशत से ऊपर नहीं थी, लेकिन चालू पेराई सत्र 2023-24 में चीनी रिकवरी 11 प्रतिशत से ऊपर दर्ज की गई।
‘जागरण’ में प्रकाशित खबर के अनुसार, चीनी मिल के नये महाप्रबंधक कुमार धर्मेंद्र ने किसानों से सुझाव लेकर लागू किया था। वह बरेली और मुजफ्फरनगर में एसडीएम रह चुके हैं। चीनी रिकवरी 11 प्रतिशत से ऊपर पहुंचने की गूंज लखनऊ तक सराही गई। अब इस योजना को गोरखपुर के पिपराइच व बस्ती जिले की चीनी मिल मुंडेरवा में लागू किया जाएगा।
धर्मेंद्र ने मोहिउद्दीनपुर चीनी मिल की रिकवरी में वृद्धि लाने के लिए गन्नावीर पदक योजना की शुरुआत की। इसके अंतर्गत प्रतिदिन दस ऐसे किसानों को पुरस्कृत किया जा रहा है, जो चीनी मिल में साफ व ताजा गन्ना आपूर्ति करते हैं। वर्तमान पेराई सत्र में पूरे सीजन के तहत 1800 किसानों को यह सम्मान मिलेगा। पांच से अधिक बार गन्नावीर पदक प्राप्त करने वाले किसानों को गन्ना रत्न की उपाधि प्रदान की जाएगी। इस पूरे कार्यक्रम से इकाई की चीनी परता 11 प्रतिशत पहुंच गई है।