ICAR-IISR रिपोर्ट द्वारा जल उपयोग और एथेनॉल उत्पादन में गन्ने की दक्षता की पुष्टि की गई

नई दिल्ली: ICAR-भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान (IISR, लखनऊ) ने “भारत में गन्ने की खेती में जल उपयोग दक्षता में सुधार और जल उपयोग को किफायती बनाना” विषय पर एक अध्ययन की प्रथम वर्ष की रिपोर्ट जारी की है, जो इस मिथक को चुनौती देती है कि गन्ना एक जल-गहन फसल है।मार्च 2023 में ICAR-IISR के सहयोग से भारतीय चीनी और जैव-ऊर्जा निर्माता संघ (ISMA) द्वारा शुरू की गई।रिपोर्ट में जल का कुशलतापूर्वक उपयोग करने में गन्ने की अभूतपूर्व श्रेष्ठता स्थापित की गई है,जिससे यह भारत भर में उगाई जाने वाली सभी प्रमुख फसलों में सबसे अधिक जल-कुशल फसल बन गई है।प्रथम वर्ष की रिपोर्ट के निष्कर्षों ने इस बात की पुष्टि की है कि, गन्ना मक्का, चावल और गेहूं जैसी फसलों की तुलना में अधिक कुशलता से पानी का उपभोग करता है।

यह अध्ययन भारत भर में निम्नलिखित छह केंद्रों पर किया जा रहा है…

1.आईसीएआर-भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ (यू.पी.)

2.आईसीएआर-एसबीआई क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र, करनाल, हरियाणा

3.आईसीएआर-गन्ना प्रजनन संस्थान, कोयम्बटूर, तमिलनाडु

4.एआईसीआरपी अनुसंधान केंद्र, बेलगावी, कर्नाटक

5.आईसीएआर-आईआईएसआर-जैविक नियंत्रण केंद्र, प्रवरनगर, महाराष्ट्र

6.क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र, जेएनकेवीवी, पोवारखेड़ा, एम.पी.

भारतीय चीनी एवं जैव-ऊर्जा निर्माता संघ (ISMA) के महानिदेशक दीपक बल्लानी ने कहा, इस अध्ययन के प्रारंभिक परिणाम स्पष्ट रूप से जल उपयोग और एथेनॉल उत्पादन में गन्ने की दक्षता को उजागर करते हैं।ये निष्कर्ष जल संरक्षण और उत्पादकता के संदर्भ में गन्ने की खेती के लाभों को प्रदर्शित करने में सहायक हैं।दो साल की इस परियोजना में प्रत्येक केंद्र पर दो पौधों की फसलों और गन्ने की एक रैटून फसल का विश्लेषण करना शामिल है। प्रथम वर्ष की रिपोर्ट में गन्ना, चावल, गेहूं और मक्का के बीच जल उत्पादकता की तुलना शामिल है।

अध्ययन की मुख्य विशेषताएं:

1.गन्ना असाधारण जल उपयोग दक्षता प्रदर्शित करता है, जो प्रति घन मीटर पानी में लगभग 7.14 किलोग्राम गन्ना पैदा करता है। यह मक्का, चावल और गेहूं की उत्पादकता से काफी अधिक है।

2.गन्ने से 1 लीटर एथेनॉल बनाने के लिए लगभग 2 किलोलीटर (KL) पानी की आवश्यकता होती है, जबकि अन्य फसलों के लिए 3 KL की आवश्यकता होती है।यह पानी को आर्थिक मूल्य में बदलने में गन्ने की दक्षता को रेखांकित करता है।

3.प्रति हेक्टेयर प्रति माह 1313 घन मीटर के कुल जल उपयोग के साथ, गन्ने को मक्का और चावल जैसी प्रतिस्पर्धी फसलों की तुलना में कम पानी की आवश्यकता होती है, जो 1600 घन मीटर से अधिक है।

अध्ययन यह दोहराता है कि, चीनी क्षेत्र पिछले कुछ वर्षों में किस तरह आगे बढ़ रहा है।गन्ना किसानों और पर्यावरण के लिए एक संसाधन-कुशल और टिकाऊ फसल है।यह फसल जल उपयोग दक्षता में वृद्धि के माध्यम से कृषि के समग्र जल पदचिह्न को कम करने में मदद करती है और स्थिरता के राष्ट्रीय और वैश्विक लक्ष्यों में योगदान देती है।

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