शामली: जिले में चीनी मिलों में पेराई सत्र 2023-24 की तैयारी भी चल रही है, लेकिन जिले की तीन चीनी मिलों ने गन्ना बकाया भुगतान को लेकर किसानों को काफी निराश किया है। इन मिलों पर गत पेराई सत्र 2022-23 का अभी भी लगभग 554 करोड़ रुपये गन्ना भुगतान बकाया है। बकाया भुगतान को लेकर जिला प्रशासन भी सख्त हो गया है, और डीएम ने चीनी मिलों को बैंकों में संपत्ति गिरवी रखकर किसानों का बकाया भुगतान किया जाए। डीएम ने कहा कि, मिल में पेराई सत्र शुरू होने एवं दीपावली तक भुगतान हर सूरत में हो जानी चाहिए।
लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, डीएम की अध्यक्षता में जिले की तीनों चीनी मिलों की पेराई सत्र 2022-23 में बकाया भुगतान को लेकर सभी बैंकों, चीनी मिलों के यूनिट हेड एवं फाइनेंस हेड, गन्ना समितियां के सचिवों तथा जिला गन्ना अधिकारी एवं एलडीएम के साथ बैठक आयोजित की गई थी। पेराई सत्र 2022-23 के तहत शामली चीनी मिल ने 348.19 करोड़ के सापेक्ष 109.45 करोड़ ,ऊन मिल 338.71 करोड के सापेक्ष 236.42 करोड़ और थानाभवन मिल द्वारा 440.47 करोड़ के सापेक्ष 227.48 करोड़ का भुगतान किया गया है। डीएम ने तीनों चीनी मिलों के इकाई प्रमुखों को अपने-अपने मिल से संतुलन पत्र, संपत्ति एवंस्टाक का पूर्ण ब्योरा बैंकर्स को तीन दिन में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। इस बैठक में एडीएम संतोष कुमार सिंह, डीसीओ विजय बहादुर सिंह, लीड बैंक मैनेजर उमाशंकर गर्ग , जनपद की तीनों चीनी मिलों के यूनिट हेड एवं फाइनेंस हेड, तीनों गन्ना समितियां के सचिव आदि मौजूद रहे।