गन्ना मूल्य बढ़ोतरी आंदोलन: पंजाब के मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद किसानों ने आंदोलन खत्म किया

चंडीगढ़ / जालंधर: गन्ने की कीमतों में बढ़ोतरी की मांग को लेकर जालंधर में रेलवे ट्रैक और राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा आने वाले दिनों में “अच्छी खबर” का आश्वासन देने के बाद अपना आंदोलन खत्म किया। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के बैनर तले किसानों ने मंगलवार को धानोवाली गांव के पास जालंधर-नई दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग के जालंधर-फगवाड़ा खंड को “अनिश्चित काल” के लिए अवरुद्ध कर दिया था। किसानों का निर्णय उनके प्रदर्शन के चौथे दिन आया, जब यूनियन नेताओं और मुख्यमंत्री के बीच यहां एक बैठक सकारात्मक नोट पर समाप्त हुई।

किसान गन्ने का सुनिश्चित मूल्य ₹380 से बढ़ाकर ₹450 प्रति क्विंटल, चीनी मिलों में एकल खिड़की और काउंटर-भुगतान प्रणाली, बाढ़ और अन्य कारकों के कारण क्षतिग्रस्त गन्ने की फसल के लिए मुआवजे की मांग कर रहे थे। मुख्यमंत्री मान ने कहा कि, राज्य सरकार आने वाले समय में भी राज्य के गन्ना किसानों को उच्चतम मूल्य देती रहेगी। शुक्रवार को पंजाब भवन में किसान यूनियनों के साथ बातचीत के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीएम ने कहा कि, जहां तक गन्ने का रेट बढ़ाने का सवाल है, पंजाब हमेशा आगे रहा है और अब भी यह सिलसिला जारी रहेगा।

मुख्यमंत्री मान ने कहा कि, आने वाले दिनों में मिल मालिकों के साथ बैठक के बाद राज्य सरकार जल्द ही इस मूल्य में बढ़ोतरी करके किसानों को “अच्छी खबर” देगी। मान ने कहा कि, राज्य सरकार ने राज्य में पराली जलाने की समस्या को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किये हैं। उन्होंने कहा कि यह अजीब बात है कि तमाम कोशिशों के बावजूद राष्ट्रीय राजधानी में खराब होती एक्यूआई के लिए पंजाब को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। सीएम मान ने धान की पराली न जलाने के लिए किसानों को प्रोत्साहन देने और फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने की वकालत की। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही किसानों को वैकल्पिक फसलों के लिए एमएसपी दिया जाना चाहिए, जिससे उनकी आय में बड़े पैमाने पर बढ़ोतरी होगी।

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