गन्ना मूल्य आंदोलन ने लिया हिंसक मोड़

कोल्हापुर : चीनीमंडी

2019-20 पेराई सीजन की शुरुवात लगभग हो चुकी है, लेकिन गन्ना दर को लेकर शुरू आंदोलन ने हिसंक मोड़ लिया है, और स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के आंदोलनकारियों ने कई जगह पर गन्ने की कटाई और आवाजाही रोक दी है। कई जगह पर तो गन्ना ढुलाई करनेवाले वाहनों को आग के हवाले कर दिया है।गन्ना आंदोलन की वजह से जिले में पेराई प्रभावित हुई है, लेकिन संघर्ष थमने का नाम नही ले रहा है।

पिछले कुछ दिनों से जिले की कुछ मिलों ने पेराई शुरू कर दी थी, लेकिन कोई भी मिल गन्ना दर पर बात नही कर रही है। मिलों के इस रवैये से गन्ना किसानों में काफी आक्रोश है। गन्ना दर को लेकर स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के साथ साथ अन्य किसान संगठन और मिलर्स के बीच संघर्ष की स्थिती बनी हुई है। कोल्हापुर जिले में शिरोल और हातकनगले तालुका में आंदोलन अधिक हिसंक बन गया है। शिरोल तालुका के दानोली में कर्नाटक के अथनी शुगर्स को गन्ना ले जा रहा ट्रैक्टर आंदोलनकारियों ने जला दिया। हातकनगले में बेडकीहाल के वेंकटेश्वरा मिल को जा रहे गन्ना ट्रैक्टर के पहियों की हवा छोड़ दी गई। जब तक स्वाभिमानी शेतकरी संगठन द्वारा आयोजित गन्ना परिषद में एकमुश्त पहले किश्त का ऐलान नही हो जाता, तब तक चीनी मिलें शुरू नही होने देने की चेतावनी आंदोलनकारियों ने दी है। महाराष्ट्र और कर्नाटक सीमावर्ती इलाकों के किसानों की नजरें 23 नवंबर को होनेवाली स्वाभिमानी शेतकरी संघठन की गन्ना परिषद पर टिकी है।

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