मैसूर: कर्नाटक में गन्ना खरीद मूल्य में बढ़ोत्तरी की गई है है। राज्य सरकार के इस फैसले का किसानों ने स्वागत किया है। कर्नाटक गन्ना उत्पादक संघ के अध्यक्ष कुरबुर शांता कुमार ने कहा कि, सरकार का आदेश उन किसानों के लिए एक तरह की जीत है जो पिछले 39 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे। शांताकुमार ने कहा कि, सरकार के आदेश के मुताबिक चीनी मिलों को एफआरपी मूल्य पर प्रति टन 100 रुपये और जो मिलें एथेनॉल का उत्पादन करते है उन्हें 150 रुपये अतिरिक्त देना होगा। उन्होंने कहा कि इससे किसानों को 20,000 रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त करने में मदद मिलेगी। 2022-23 में 7 करोड़ टन से अधिक गन्ने की आपूर्ति के लिए 950 करोड़ अतिरिक्त मिलेंगे।
उन्होंने दावा किया की, राज्य सरकार गन्ना उत्पादकों के अनिश्चितकालीन आंदोलन के आगे झुक गई है, जो किसान गन्ना उत्पादन, कटाई और परिवहन लागत से संबंधित बढ़ती लागत को पूरा करने के लिए बढ़ोतरी की मांग कर रहे थे। उन्होंने इस फैसले के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को धन्यवाद दिया। उन्होंने आगे कहा कि, बढ़ती उत्पादन लागत को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार को भी गन्ना उत्पादकों के लिए उचित एफआरपी (उचित और लाभकारी मूल्य) लागू करनी चाहिए।प्रेस वार्ता में एसोसिएशन के पदाधिकारी अट्टाहल्ली देवराज, केरी हुंडी राजन्ना, बदनपुरा नागराज और लक्ष्मीपुरा वेंकटेश उपस्थित थे।