गन्ना उत्पादन: “चयनित बीज की रोपाई करने से पहले उसका उपचार किया जाना सबसे महत्वपूर्ण”

मोतिहारी, बिहार: एचपीसीएल बॉयोफ्यूल्स लिमिटेड के सुगौली चीनी मिल इकाई द्वारा एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। यह आयोजन गन्ना उद्योग विभाग बिहार सरकार की ओर से मुख्यमंत्री गन्ना विकास योजना अंर्तगत किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उददेश्य गन्ना को प्रति एकड़ पैदावार बढाने के लिए गन्ना किसानों को नई-नई वैज्ञानिक जानकारीयों से अवगत कराना था। इस प्रशिक्षण शिविर में 160 चयनित गन्ना कृषकों को प्रशिक्षित किया गया।

लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, केंद्रीय कृषि विश्व विद्यालय के मृदा वैज्ञानिक डॉ. एस के सिन्हा ने कहा कि, गन्ने की खेती के लिए उपयुक्त भूमि की पहचान करना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। साथ ही ज्यादा उत्पादन देने वाली गन्ने की नवीनतम प्रजातियों की जानकारी होनी जरूरी है। उन्होंने कहा, चयनित बीज की रोपाई करने से पहले उसका उपचार किया जाना सबसे महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर पौधा प्रजनक वैज्ञानिक डॉ. सतीश चन्द्र नारायण, गन्ना उद्योग विभाग के सहायक ईख आयुक्त सह उप निदेशक ईख विकास वेदव्रत कुमार मुख्य अतिथि रहे। एचपीसीएल बायोफ्यूल्स लिमिटेड के महाप्रबंधक विजय कुमार दीक्षित ने आगामी पेराई सत्र 2024-25 की तैयारियों सहित चीनी मिल की मरम्मत कार्य के बारे में जानकारी दी। किसानों को उप गन्ना महाप्रबंधक शैलेंद्र कुमार मिश्रा, गन्ना प्रबंधक संजीव कुमार व हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव, अभयनाथ पांडेय आदि ने किसानों को प्रशिक्षित किया।

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