उत्तर प्रदेश में किसान, सरकार, चीनी मिलें और गन्ना विभाग के प्रयास से गन्ना उत्पादकता में निरन्तर वृद्धि हो रही है।
गन्ना विभाग के मुताबिक, गत 6 वर्षों में पौधा गन्ने की उत्पादकता जहाँ 742 क्विंटल प्रति हेक्टेयर थी वहीं वर्ष 2022-23 में 111 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की बढ़ोत्तरी के साथ 853 क्विंटल प्रति हेक्टेयर हुई। पेड़ी गन्ने में भी यह उत्पादकता वृद्धि 120 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की बढ़ोत्तरी के साथ वर्ष 2022-23 में हुई 824 क्विंटल प्रति हेक्टेयर।
गन्ना विभाग का कहना है की राज्य की चीनी मिलों के कुशलता पूर्वक संचालन से गन्ना किसानों की निर्बाध गन्ना आपूर्ति जारी है।
आपको बता दे, 21 मार्च तक, 8,746 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई हो चुकी है। और साथ ही 917 लाख क्विंटल (91.7 लाख टन) चीनी का उत्पादन हो चुका है। 30 चीनी मिलें पेराई कार्य का अवसान कर हो चुकी हैं बंद।
नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज लिमिटेड (NFCSF) के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 2023-24 सीजन में 108 लाख टन चीनी उत्पादन होने का अनुमान है।