मेरठ : गन्ना संस्थान मुजफ्फरनगर के गन्ना वैज्ञानिकों ने ग्राम पेपला इदरीशपुर में शरदकालीन गन्ना की बुवाई के लिए आयोजित किसान गोष्ठी में गन्ने की बुवाई की तकनीक की जानकारी दी।
लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के मुताबिक, प्रशिक्षक रामबरन सिंह एवं वैज्ञानिक डॉ. अजय कुमार सिंह ने कहा कि, किसान उत्पादन बढ़ाने के लिए यूरिया व डीएपी का अत्यधिक मात्रा में प्रयोग कर रहा है, जिससे जमीन की उर्वरा शक्ति क्षीण होती जा रही है। किसानों को अपने खेत के चारों कोनों से मिट्टी के सैंपल लेकर लैब में निशुल्क जांच करानी चाहिए। इससे खेती करना और आसान हो जायेगा।
मलियाना गन्ना समिति के डिप्टी जगदीप गुप्ता ने गन्ना विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी। 15 सितंबर से 31 अक्टूबर तक शरदकालीन गन्ने की बुवाई करें। उन्होंने कहा, जिन किसानों के पास गन्ने की फसल औसत पैदावार से अधिक है, वह किसान तीस सितंबर तक उपज बढ़ोतरी की रसीद गन्ना समिति में जरूर कटवा लें। अध्यक्षता किसान गिरिराज सिंह व संचालन नवीन सांगवान ने किया।