कोल्हापुर : चीनी मंडी
कोल्हापुर जिले में गन्ना दर आन्दोलन तेज हो गया है, सोमवार को स्वाभिमानी शेतकरी संघठन के आंदोलनकारियों ने जब तक चीनी मिलें एकमुश्त पहिली किश्त और एफआरपी से ज्यादा गन्ना दर पर राज़ी नही होते, तब तक आन्दोलन जारी रखने का फैसला किया है। स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के कार्यकर्ताओं ने मुरगुड इलाके में सरदार संताजी घोरपड़े मिल के गन्ना परिवहन वाहनों को रोक दिया। इस बीच, गन्ना मालिक ने यह सवाल उठाया कि, मैं अपनी जिम्मेदारी पर मिल को गन्ना भेज रहा हूँ, तो आपको (आंदोलनकारियों ) को क्या परेशानी है। इसके बाद गन्ना मालिक, मिल के श्रमिक और स्वाभिमानी शेतकरी संघठन के कार्यकर्ताओं के बीच बहस छिड गई। इस घटना के बाद पुलिस ने गन्ना वाहनों को अपने निगरानी में मिल तक पहुंचाया।
सोमवार दोपहर स्वाभिमानी शेतकरी युवा संगठन के जिलाध्यक्ष अजित पोवार के नेतृत्व में कई कार्यकर्ताओं ने मुरगुड में आन्दोलन किया। इसी दौरान निढोरी से लिंगनूर के बीच घोरपड़े मिल को गन्ना ले जा रहे एक ट्रैक्टर को कार्यकर्ताओं ने रोक लिया। इस बीच, मिल के विभागीय कार्यालय से कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचे। गन्ना ले जाने वाले ट्रैक्टर के साथ गन्ना मालिक भी उपस्थित था, वह इस विचार पर दृढ़ था कि गन्ने को किसी भी हालत में मिल में ले जाया जाएगा। दोनों तरफ के कार्यकर्ताओं के घोषणाओं के कारण माहौल को तनावपूर्ण बना दिया। कुछ देर के लिए सड़क यातायात बाधित हो गई। पुलिस इंस्पेक्टर भगवान शिंदे पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। इस समय, अजीत पोवार और तालुका के अध्यक्ष बालासो पाटिल ने आरोप लगाया की, रविवार को कोल्हापुर में हुई बैठक में उचित समझौता होने तक घोरपडे मिल को बंद रखने पे मिल प्रबंधन राजी हुआ था, लेकिन वो अपनी बात पर नही टिके।
अजीत पोवार, कागल तालुका के अध्यक्ष बालासो पाटिल, जनार्दन पाटिल, मालोजी जाधव, शिवाजी कालमकर, नामदेव भारडे, नामदेव शिपकर, बाजीराव कांबले, पी.टी पाटिल, पांडुरंग पाटिल, सातप्पा पाटिल और अन्य उपस्थित थे।
जयसिंगपुर: कार्यकर्ताओं ने सोमवार की रात उदगांव टोलनाका में अथनी चीनी मिल की ओर जा रहे दो गन्ना परिवहन वाहनों को रोक दिया। स्वाभिमानी शेतकरी संगठन दर को लेकर आक्रामक हैं और चेतावनी दी है कि दर घोषित होने तक कोई भी चीनी मिल शुरू नही होने देंगे।
महाराष्ट्र में आंदोलनकारियों द्वारा रोकी जा रही गन्ना वाहन यह न्यूज़ सुनने के लिए प्ले बटन को दबाये.