करनाल : करनाल अनाज मंडी में भारतीय किसान यूनियन (चारूनी) के बैनर तले आयोजित महापंचायत में किसानों ने गन्ने के राज्य सलाहकार मूल्य (एसएपी) को मौजूदा 362 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 450 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग की। 16 जनवरी को एसएपी तय करने के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित समिति के साथ हुई बैठक में उनकी मांगों को नहीं माने जाने पर उन्होंने 17 जनवरी से गन्ने की कटाई बंद करने और चीनी मिलों को फसल नहीं भेजने की घोषणा की।
उन्होंने 20 जनवरी से अनिश्चित काल के लिए राज्य की सभी चीनी मिलों को बंद करने की भी घोषणा की। राज्य सरकार ने गन्ने की कीमतों को लेकर 15 दिनों में एक रिपोर्ट देने के लिए एक समिति गठित की थी। किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल 16 जनवरी को पंचकूला में समिति से मुलाकात करेगा। उपायुक्त अनीश यादव और पुलिस अधीक्षक गंगा राम पूनिया के साथ किसानों की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में बीकेयू के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चारूनी और अन्य किसान नेता शामिल हुए। बैठक एक घंटे तक चली जिसमें किसानों ने अपनी समस्याएं रखीं और डीसी ने उन्हें समिति के सदस्यों के साथ बैठक करने का आश्वासन दिया।
चारुनी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों की आय दोगुनी करने का आश्वासन दिया था, लेकिन लागत बढ़ रही है और हमारी आय कम हो रही है।
उन्होंने कहा, हम समिति के सदस्यों से मिलेंगे और अपनी मांगों को उठाएंगे। हम हर तरह की कुर्बानी के लिए तैयार हैं। अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो हम अपनी फसलों को आग लगा सकते हैं।