कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री एमआरके पन्नीरसेल्वम ने विधानसभा में फिर से पुष्टि की कि डीएमके के चुनावी वादे को पूरा करते हुए गन्ने की कीमत बढ़ाकर 4,000 रुपये प्रति टन कर दी जाएगी।
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक, मंत्री का यह बयान AIADMK विधायक सी विजय भास्कर के बयान के जवाब में आया है, जिन्होंने धान के लिए 2,500 रुपये प्रति क्विंटल और गन्ने के लिए 4,000 रुपये प्रति टन एमएसपी लागू न करने के लिए सरकार की आलोचना की थी। सरकार के प्रयासों का बचाव करते हुए पन्नीरसेल्वम ने कहा, “जहां तक गन्ने का सवाल है, हम अपने तय लक्ष्य को हासिल कर लेंगे। पिछली सरकार की तुलना में हम प्रति मीट्रिक टन करीब 400 रुपये अधिक की पेशकश कर रहे हैं, जबकि मौजूदा कीमत करीब 3,500 रुपये है। हम आपको दृढ़ता से आश्वस्त करते हैं कि आने वाले वर्ष में हम इसे बढ़ाकर 4,000 रुपये प्रति मीट्रिक टन कर देंगे।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने पहले ही धान और गन्ने दोनों के लिए एमएसपी बढ़ा दिया है, जो वित्तीय बाधाओं के बावजूद किसानों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
AIADMK सरकार से तुलना करते हुए पन्नीरसेल्वम ने कहा कि पहले किसानों को भुगतान में देरी का सामना करना पड़ता था। उन्होंने कहा की अतीत के विपरीत, यह सरकार सुनिश्चित करती है कि गन्ना किसानों को उनका भुगतान समय पर मिले।