पुणे: Maharashtra State Co-operative Sugar Factories Federation, Ltd के प्रबंध संचालक संजय खताल ने कहा की, सहकारी चीनी मिलों ने प्रदेश विकास में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा, रिकॉर्ड गन्ना उत्पादन के चलते राज्य में इस सीजन में चीनी उद्योग के सामने गन्ना कटाई की सबसे बड़ी समस्या पैदा हुई थी। इस सीजन में पिछले साल की तुलना में गन्ने का रकबा बढ़ा, गन्ने का रकबा बढ़ने से कटाई की समस्या निर्माण हुई। राज्य में इस साल गन्ना और चीनी का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ।
चीनी उत्पादन की बात की जाये तो अब का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 106 लाख टन का था, लेकिन इस साल उत्पादन 137 लाख टन हुआ है।
उन्होंने कहा, महाराष्ट्र इस साल चीनी उत्पदान में देश में सबसे आगे है। रिकॉर्ड उत्पादन के चलते इस साल यह सीजन लगभग 170 -175 दिनों तक चलने की उम्मीद है। गन्ना कटाई और ढुलाई यह प्रकिया काफी अहम है, और इस साल हमने देखा की रिकॉर्ड उत्पादन के चलते गन्ना किसानों को कटाई के लिए काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। कहीं जगहों पर तो कटाई मजदूरों ने किसानों से 20 से 25 हजार रूपये वसूलने की बात सामने आई है। गन्ना खेती में प्रौद्योगिकी की अहम भूमिका है, आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल अब जरूरी हो गया है। ‘किप ईट सिंपल एंड स्ट्रेट’ इस पर मुझे काफी विश्वास है। गन्ना कटाई की समस्या से निपटने के लिए हमें सबको मिलकर काम करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा की यंत्रीकरण गन्ने की खेती के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने सम्मेलन के दौरान कटाई मशीन के आंकड़ें पेश किया।
वसंतदादा चीनी संस्थान (पुणे), चीनी आयुक्तालय, महाराष्ट्र राज्य सहकारी साखर कारखाना संघ, वेस्ट इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (विस्मा) आदि के सहयोग राज्यस्तरीय चीनी सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इस सम्मेलन के दुसरे दिन संजय खताल ‘गन्ना कटाई, हार्वेस्टर इस्तेमाल और समस्याएं’ इस विषय पर अपनी बात रखी। इस राज्य स्तरीय चीनी सम्मेलन का मीडिया पार्टनर चीनीमंडी है और ‘eBuySugar’ स्ट्रीमिंग पार्टनर है।