नई दिल्ली: थाई चीनी उद्योग एक गहरे संकट में है। चीनी उद्योग के विशेषज्ञों ने कहा कि, गिरते निर्यात और कीमतों की कमी के दोहरे संकट से थाई चीनी उद्योग प्रभावित हुआ है। उद्योग के लिए सबसे बड़ा खतरा वैश्विक बाजार में चीनी की गिरती कीमत है, जो वर्तमान में $0.22- $0.24 प्रति किलोग्राम तक गिर गई है, जो छह वर्षों में सबसे कम कीमत है।
कुछ देशों का मानना है की भारत द्वारा चीनी निर्यात में बढ़ोतरी के कारण वैश्विक बाजार में चीनी की कीमतों पर असर पड़ा है।
पिछले साल के पहले आठ महीनों में थाईलैंड का चीनी निर्यात 2017 की समान अवधि के दौरान 7.212 मिलियन से घटकर 6.067 मिलियन टन हो गया। उनके प्रमुख ग्राहकों में कंबोडिया, इंडोनेशिया, ताइवान और म्यांमार शामिल थे, जिन्होंने सभी अपने आयातों को कम कर दिया है।
हालही में अंतर्राष्ट्रीय चीनी संगठन (ISO) ने 02 सितम्बर को अपने रिपोर्ट में भारत और थाईलैंड में कम उत्पादन के कारण वैश्विक बाजार में 4.76 मिलियन टन चीनी की कमी का अनुमान जताया है।
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