नई दिल्ली: स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के अध्यक्ष और पूर्व सांसद राजू शेट्टी का एक पोस्ट इस समय सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।अभिजीत पासन्ना, जो गन्ना किसान के परिवार में पैदा हुए थे और वर्तमान में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में काम कर रहे है, उन्होंने शेट्टी को आमंत्रित किया, जो किसी काम के लिए दिल्ली में थे, और उनकी आवभगत की।साथ ही अभिजीतने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए शेट्टी को धनराशि भी दी। राजू शेट्टी ने इस पोस्ट में एक गन्ना किसान के बेटे की गौरवशाली यात्रा के बारे में अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं। अभिजीत की सफलता को देखकर उन्होंने कहा कि, किसान आंदोलन में बिताए 30 साल का मिला फल है, जो किसान का बेटा भी पढ़ लिखकर आसमानों की बुलंदियों को छू रहे है।
‘माय महानगर’ में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2002 में राजू शेट्टी ने गन्ना किसानों के लिए गन्ना मूल्य वृद्धि आंदोलन किया था। 1200 रुपये गन्ना मूल्य के लिए चल रहे आंदोलन में राजू शेट्टी घायल हुए थे।आंदोलन सफल रहा और शेट्टी महाराष्ट्र की राजनीति में एक किसान नेता के रूप में उभरकर सने आये।उनके अनोखे आंदोलन राज्य में चर्चा का विषय बन गए। इस बीच, शेट्टी 2003 में कोल्हापुर जिला परिषद का चुनाव जीत गए। इसके बाद उन्होंने विधायक का चुनाव और फिर सांसद का चुनाव जीता। दिन-प्रतिदिन स्वाभिमानी किसान संगठन का जनाधार बढ़ता गया, और धीरे-धीरे स्वाभिमानी किसान संगठन महाराष्ट्र के कोने-कोने तक पहुंच गया।
पूर्व सांसद शेट्टी ने फेसबुक पोस्ट में कहा कि, जब मैं किसी काम से दिल्ली में था, तब एक आदमी ने मुझे गुड़गांव स्थित अपने घर पर रात के खाने के लिए आमंत्रित किया।गुड़गांव की पांच सितारा डीएलएफ सोसायटी स्थित अपने घर उन्होंने दरवाजे को खूबसूरत रंगोली और फूलों की माला से सजाया था। इसके बाद हम सभी ने उनके परिवार के साथ भोजन का आनंद लिया। उन्होंने मुझे लोकसभा चुनाव के लिए 25 हजार रुपये का चेक दिया।ये सब अभिजीत पासन्ना ने किया था।
अभिजित ने कहा की, पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने गन्ना आंदोलन के माध्यम से गन्ना मूल्य 700 रुपये से बढ़ाकर 3000 रुपये किया। इससे हमारे पिताजी की आय बढ़ गई और हम भाई-बहनों की पढ़ाई पूरी हुई। इसीलिए मैं आज यहां तक पहुंचा हूं।अभिजीत ने आईआईटी चेन्नई से इंजीनियरिंग में मास्टर्स की पढ़ाई पूरी की और जनरल मोटर्स और पीएसए ग्रुप में काम किया। पिछले तीन वर्षों से वह डियाको मल्टीनेशनल कंपनी, गुड़गांव में इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख है।उनके भाई अमेरिका में ‘मर्सिडीज बेंज’ कंपनी में कार्यरत है। राजू शेट्टी ने भावुक होते हुए लिखा की, एक आम गन्ना किसान के बच्चों की यह तरक्की देखने के बाद ऐसा लगता है की आंदोलन में बिताए 30 साल का यह फल है।