लखनऊ : कैराना विधायक चौधरी नाहिद हसन ने गन्ना किसानों के मुद्दों को विधानसभा में उठाया। उन्होंने सदन में बताया कि, शामली मिल पर पिछले साल का 103 करोड़ रुपये व ऊन शुगर मिल पर 46 करोड़ रुपये गन्ने का बकाया है।किसानों के गन्ने का भुगतान समय पर करने में मिलें नाकाम साबित हुई है। गण भुगतान में हो रही देरी से किसान परेशान है।उन्होंने कहा कि, अगर गन्ना किसानों के साथ इसी तरह की ठगी होती रही तो वो दिन दूर नहीं जब गन्ना किसानों को गन्ने की फसल को छोड़कर अन्य फसल उगाने को मजबूर होना पडेगा।
उन्होंने आगे कहा कि, यूपी सरकार बजट को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रही है। बजट का असर धरातल पर दिखाई नहीं दें रहा है। सहकारी चीनी मिलों में 20 से 22 हजार कर्मचारी हैं। उनकी मांग है कि उनका डीए बढ़ाकर 54 प्रतिशत किया जाए। किसान सम्मान निधि की राशि12 हजार रुपये की जाए। हर किसान को किसान सम्मान निधि मिले। गन्ना बकाया भुगतान को लेकर सपा ने राज्य सरकार को घेरने की कोशिश शुरू कर दी है।दूसरी ओर राज्य सरकार ने मिलों को जल्द से जल्द भुगतान के निर्देश दिए है।भुगतान में आनाकानी करने वाली मिलों पर सरकार ने कार्रवाई करने के संकेत दिए है।