मुंबई : मोतीलाल ओसवाल ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है की, चीनी शेयरों में रैली से चीनी उद्योग में समग्र मजबूती और आशावाद को बनाए रखने की संभावना है, जिसमें तंग वैश्विक मांग-आपूर्ति की स्थिति, अनुकूल नीतियों, और उच्च इथेनॉल सम्मिश्रण सहित कई कारकों चलते चीनी की कीमतों और चीनी शेयरों में भी उछाल दिखाई दे रहा है। चीनी की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय कीमतों और आपूर्ति की कमी के बीच उच्च मांग के कारण चीनी के शेयरों में एक मजबूत रैली देखी जा रही है। आंध्र शुगर, बलरामपुर चीनी मिल्स, डालमिया भारत शुगर एंड इंडस्ट्रीज, धामपुर शुगर मिल्स और द्वारिकेश शुगर इंडस्ट्रीज जैसी चीनी कंपनियों के शेयरों में 2021 में अब तक 50-130 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।
दुनिया के दो सबसे बड़े चीनी निर्यातक ब्राजील और थाईलैंड में चीनी का उत्पादन पिछले साल की तुलना में लगभग 7-8 मिलियन मेट्रिक टन कम होने की उम्मीद है। मोतीलाल ओसवाल ने कहा, इससे घरेलू निर्यातकों को ज्यादा मौके मिलेंगे क्योंकि मौजूदा सीजन के लिए सरप्लस इनवेंटरी 9.5 मिलियन मेट्रिक टन के आसपास रहने की उम्मीद है।