पटियाला (पंजाब): मंत्री बलबीर सिंह ने मंगलवार को पराली जलाने के मुद्दे पर बात की और इस प्रथा से प्रभावित होने वाले राज्य के किसानों और नागरिकों के लिए चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि, पराली जलाने से निकलने वाला धुआं दिल्ली जाता है या नहीं, यह बहस का विषय है, लेकिन सबसे बड़ी चिंता यह है कि इसका असर आम लोगों पर पड़ रहा है, जो उसी हवा में सांस लेते हैं।
डॉ. बलबीर सिंह ने कहा, पंजाब सरकार ने कानून के शासन को बहाल कर दिया है और कानून अपना काम करेगा। मंत्री ने धान खरीद और उठान के मुद्दे पर केंद्र सरकार को किसानों के साथ खड़े होने की जरूरत पर भी बात की। सिंह ने कहा कि, नमी की कमी के कारण अनाज का वजन कम होना भी केंद्र के लिए चिंता का विषय है, जबकि पंजाब सरकार किसानों के हितों के लिए प्रतिबद्ध है। सिंह ने कहा, यह समय है जब केंद्र सरकार को किसानों के साथ खड़ा होना चाहिए। केंद्र सरकार की ओर से लापरवाही बरती जा रही है।
पंजाब सरकार किसानों के लिए प्रतिबद्ध है।पंजाब सरकार,आढ़तियों और किसानों को इस पर मिलकर काम करना होगा। नमी की कमी के कारण अनाज का वजन कम होना भी केंद्र के लिए चिंता का विषय है। सीएम ने केंद्रीय कृषि मंत्री के समक्ष सभी मुद्दों को उठाया है। इससे पहले दिल्ली सरकार ने भी पराली जलाने के कारण दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के लिए उत्तर प्रदेश और हरियाणा की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकारों को जिम्मेदार ठहराया था। दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना ने रविवार को कहा कि पराली जलाने पर नियंत्रण न कर पाने के कारण दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) खराब हो रहा है।