गेहूं और गन्ने की रोग विरोधी प्रजातियों पर होगा संशोधन

मेरठ : गन्ना फसल पर मौसम की मार और किट के हमले से किसान काफी परेशान है।इससे किसानों की आय पर भी असर पड़ रहा है। लेकिन अब किसानों को इससें इजाद मिलने का आसार नजर आ रहे है । गेहूं और गन्ने को मौसम की मार ज्यादा प्रभावित नहीं करेगी।

लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय किसानों के विकास के लिए ऐसी नई प्रजातियों को विकसित करने के लिए शोध करेगा। विश्वविद्यालय प्रबंध परिषद ने इसके लिए 50 लाख रुपये का आवंटन किया है।

कुलपति डॉ. केके सिंह ने बताया कि, विश्वविद्यालय शोध की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देगा और फील्ड एक्सपेरिमेंट को व्यवस्थित तरीके से उपयोग करेगा ताकि अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकें।गन्ना प्रजाति 0238 इन दिनों बीमारी की चपेट में आ चुकी है। इससे किसान औए चीनी उद्योग भी चिंतित है। इसे देखते हुए कृषि विवि ने गन्ने और गेहूं के साथ अन्य फसलों की नई प्रजातियों पर काम करना शुरू कर दिया है। प्रो. आरएस सेंगर ने बताया कि विगत एक वर्ष में विश्वविद्यालय के पास कई राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय परियोजनाएं हैं जिस पर शोध कार्य चल रहा है।

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