भारत में एथेनॉल की मांग को पूरा करने की अपार संभावनाएं हैं: पीयूष गोयल

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा की भारत में एथेनॉल की मांग को पूरा करने की अपार संभावनाएं हैं। वे नेशनल कोऑपरेटिव फॉर एक्सपोर्ट्स लिमिटेड (NCEL) के ‘लोगो’ और वेबसाइट के अनावरण कार्यक्रम के दौरान बोल रहे थे।

उन्होंने कहा की, G20 शिखर सम्मेलन में माननीय प्रधानमंत्री मोदी ने ग्लोबल बायोफ्यूल्स अलायंस (Global Biofuels Alliance) की शुरुआत की। भारत इस गठबंधन का नेतृत्व कर रहा है, जो एथेनॉल और बायोयूएल के बारे में दुनिया में जागरूकता पैदा कर रहा है। इससे मांग बढ़ेगी और भारत के पास उन मांगों को पूरा करने की अपार संभावनाएं हैं। भारत में बहुत सारी कंपनियां एथेनॉल का उत्पादन करती हैं। देश में चीनी उत्पादक कंपनियों ने एथेनॉल के अच्छे प्लांट लगाए है। भविष्य में हम मक्के का उपयोग कर एथेनॉल का बड़ी तादाद में उत्पादन कर सकते हैं। यदि सहकारी क्षेत्र इसमें पहल करता है तो हम एथेनॉल की बढ़ती मांग को पूरा कर सकेंगे।

पिछले कुछ वर्षों में, भारत ने सक्रिय रूप से एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा दिया है, जिससे देश को पर्याप्त लाभ हुआ है। पेट्रोल में एथेनॉल मिलाकर भारत ने अरबों रुपये की विदेशी मुद्रा बचाई है।

आपको बता दे, कुछ दिन पहले तेल विपणन कंपनियों (OMCs) ने ESY 2023-24 के लिए लगभग 825 करोड़ लीटर Denatured Anhydrous Ethanol की आपूर्ति के लिए बोलियां आमंत्रित की हैं। इससे देश में एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।

भारत सरकार 2025 तक 20 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रण लक्ष्य हासिल करने के लिए एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। सरकार ने एथेनॉल उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न पहलों और उपायों की घोषणा की है।

 

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