नई दिल्ली : चीनी उत्पादन के पहले से यथार्थवादी आकलन के लिए, खाद्य मंत्रालय 2024-25 सीजन से प्रमुख उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र और कर्नाटक में गन्ना किसानों का ऑनलाइन पंजीकरण शुरू करेगा।
फाइनेंसियल एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक, सूत्रों ने कहा की, राज्य-विशिष्ट पोर्टल उन किसानों और मिलों का विवरण पंजीकृत करेगा जो गन्ना खरीदने जा रहे हैं ताकि रियल टाइम में चीनी उत्पादन का अनुमान पहले से लगाया जा सके। खाद्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि, किसानों के पंजीकरण से सरकार को उत्पादन का अनुमान लगाने और आपूर्ति का पहले से आकलन करने में मदद मिलेगी।
वर्तमान में, उत्तर प्रदेश में मोबाइल ऐप ई-गन्ना के माध्यम से चीनी उत्पादन और मिलों को आपूर्ति के प्रबंधन के लिए एक ऑनलाइन उद्यम संसाधन योजना (ईआरपी) प्रणाली है।अधिकारी ने कहा, एक बार जब हम तीन प्रमुख राज्यों में गन्ना किसानों और मिलों को पंजीकृत कर लेंगे, तो उत्पादन और आपूर्ति का अग्रिम अनुमान अधिक मजबूत हो जाएगा।
श्री रेणुका शुगर्स के कार्यकारी निदेशक रवि गुप्ता ने चीनीमंडी से बात करते हुए कहा की भारत के चीनी उत्पादन का पूर्वानुमान लगाने में प्राथमिक चुनौती महाराष्ट्र और कर्नाटक में है। किसान अक्सर कई फैक्टरियों में गन्ने का पंजीकरण कराते हैं, जिसके परिणामस्वरूप दोहरा हिसाब-किताब होता है और पूर्वानुमान गलत होते हैं। ई-पंजीकरण को लागू करने से सटीक ट्रैकिंग की सुविधा देकर सटीकता में काफी सुधार हो सकता है, और भविष्य के लिए, यह कृषि योजनाओं के बेहतर कार्यान्वयन में भी मदद करेगा।