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बलोड : चीनीमंडी
पेराई खत्म होने के कगार पर होने पर भी खेतों में खड़े गन्ने की समस्या केवल उत्तर प्रदेश में ही नही, बल्क़ि छत्तीसगढ़ में भी देखि जा रही है। छतीसगढ़ के बलोड जिले की करकाभाट चीनी मिल तो गन्ना, पानी और मजदूरों की कमी से काफी मुश्किल में है। इस समस्या से निजाद पाने के लिए मिल प्रबंधन ने केवल रात में ही पेराई शुरू की है। मिल में पर्याप्त मात्रा में गन्ना नहीं पहुंचने से पूरी क्षमता के साथ मिल शुरू करना नामुमकिन हो गया है।
अभी भी 30 हेक्टेयर में लगा गन्ना मिल में नहीं पहुंच पाया है। गन्ना काटने के लिए मजदूर भी नहीं मिल रहे हैं। पिछले साल मिल की पेराई 21अप्रैल तक खत्म हो चुकी थी। गर्मी के कारण यहां लगे मोटरपंप से पानी नहीं निकल रहा है। इसलिए मिल के कर्मचारी रोजाना टैंकर के माध्यम से पानी ला रहे हैं। पेराई में हो रही देरी का खामियाजा गन्ना किसानों को भुगतना पड़ रहा है। अभी भी लगभग 30 हेक्टेयर में लगे गन्ने की कटाई नहीं हो पाई है। किसानों का कहना है कि, मजदूर नहीं मिलने से गन्ना की कटाई नहीं हो पा रही है। मिल में जब सुबह से शाम तक 400 टन गन्ना पहुंचता है, तब रात में पेराई शुरू की जाती है।