लखीमपुर खीरी: शारदा और घाघरा नदियों का जलस्तर बढ़ने से क्षेत्र के 584 किसानों की करीब तीन हजार हेक्टेयर गन्ने की फसल बर्बाद हो गई है। किसानों इस नुकसान के लिए मुआवजे की मांग कर रहे है।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के अनुसार, गोविंद चीनी मिल क्षेत्र के महराजनगर, सरसवा, बम्हौरी, ऐरा, भिटौली, सकेथू, मुशियाना समेत 80 गांवों के 594 किसानों का करीब तीन हजार हेक्टेयर गन्ना बाढ़ की चपेट में आ गया है। किसानों को 20 करोड़ का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
बाढ़ से गोविंद चीनी मिल एरिया में तीन हजार हेक्टेयर गन्ने का रकबा भी कम हो गया है। चीनी मिल के यूनिट हेड आलोक सक्सेना ने बताया कि, चीनी मिल ने बाढ़ से नुकसान का सर्वे कराया है। इसमें चीनी मिल क्षेत्र के 584 किसानों का तीन हजार हेक्टेयर गन्ना नष्ट हो गया है। गन्ना विकास निरीक्षक घनश्याम सिंह ने कहा की, गोविंद चीनी मिल क्षेत्र के 584 किसानों का गन्ना सूखने से किसानों का काफी नुकसान हुआ है। दो वित्तीय वर्ष की फसल होने से गन्ना किसानों को बीमा लाभ भी नहीं मिल सकता।नुकसान की वजह से इस बार चीनी मिल को भी काफी कम गन्ना मिलने का अनुमान है।