खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने शुक्रवार को कहा की चीनी उत्पादन अनुमान को लेकर वे ISMA के साथ चर्चा करेंगे और कहा कि अक्टूबर में शुरू होने वाले 2023-24 सीज़न के लिए गन्ना और चीनी उत्पादन की भविष्यवाणी करना अभी कुछ ज्यादा जल्दबाजी होगी।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार एथेनॉल निर्माताओं द्वारा सामना किए जा रहे टूटे चावल और मक्का जैसे फीडस्टॉक की अनुपलब्धता की समस्या के समाधान के लिए विकल्प तलाश रही है।
सचिव ने कहा की चावल की अनुपलब्धता के कारण डिस्टिलरीज़ को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया है कि मक्का और टूटे चावल की कीमतें अधिक हैं। यह मुद्दा वास्तव में हमारे विचाराधीन है। हम समस्या से अवगत हैं। बहुत जल्द, हम इस पर निर्णय लेंगे।
आपको बता दे, पिछले महीने, राज्य संचालित भारतीय खाद्य निगम ने अपने डिपो से एथेनॉल निर्माताओं को चावल की आपूर्ति रोक दी थी।
चोपड़ा ने जोर देकर कहा कि आगामी त्योहारी सीजन के दौरान चीनी और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतें स्थिर रहेंगी।