मुरादाबाद: गन्ना किसानों की मुसीबते बढ़ने की संभावना है, क्योंकि मंडल में टॉप बोरर (चोटी भेदक) बीमारी ने गन्ने की 0238 प्रजाति पर हमला किया है। खासकर अप्रैल-मई महीने में बोई गई गन्ने की फसल को यह कीट नुकसान पहुंचा रहा है। किसान बीमारी रोकने के लिए विभिन्न उपाय रहे हैं।
लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, संभल जनपद में पिछले कुछ दिनों में गन्ने की 0238 प्रजाति पर टॉप बोरर बीमारी ने हमला कर दिया है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, फसल पर हमला करने वाली यह टॉप बोरर की तीसरी पीढ़ी है। समय रहते इस पर नियंत्रण पाना चाहिए, वरना गन्ना फसल को भारी नुकसान होगा।
कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ. महावीर सिंह के अनुसार, टॉप बोरर से फसल बचाने के लिए प्रभावित कल्लों को काट दें और कोराजन की 150 मिलीलीटर मात्रा को चार सौ लीटर पानी में घोलकर गन्ने की जड़ों के पास धार बनाकर डालें, तत्पश्चात सिंचाई कर दें। उसके बाद दस किलोग्राम यूरिया प्रति बीघा डाल दें। इसके अलावा फटेरा की सात किलोग्राम मात्रा को यूरिया में मिलाकर डाल दें। इससे इस रोग को समय से नियंत्रित किया जा सकता है।