नई दिल्ली : भारत और मलेशिया के बीच व्यापार अब अन्य मुद्राओं के अलावा भारतीय रुपये (आईएनआर) में भी हो सकता है।यह प्रक्रिया जुलाई 2022 में भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा भारतीय रुपये (INR) में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के निपटान की अनुमति देने के निर्णय के चलते संभव हुई है। आरबीआई की इस पहल का उद्देश्य वैश्विक व्यापार के विकास को सुविधाजनक बनाना और भारतीय रुपये (आईएनआर) में वैश्विक व्यापारिक समुदाय के हितों का समर्थन करना है।भारत अपनी विशाल घरेलू खाद्य तेल की मांग को पूरा करने के लिए मलेशिया से बड़ी मात्रा में ताड़ के तेल का आयात करता है।
विदेश मंत्रालय के एक आधिकारिक बयान में कहा गया है की, शनिवार को कुआलालंपुर स्थित इंडिया इंटरनेशनल बैंक ऑफ मलेशिया (आईआईबीएम) ने भारत में अपने संबंधित बैंक यानी यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के माध्यम से एक विशेष रुपया वोस्ट्रो खाता खोलकर इस तंत्र का संचालन किया है।व्यापार समझौते के बारे में अधिक जानकारी इसकी वेबसाइट (www.Indiainternationalbank.com.my) पर देखी जा सकती है।
भारत ने शुक्रवार को भारत की नई विदेश व्यापार नीति (एफटीपी) 2023 का अनावरण किया, जो वर्ष 2030 तक देश के निर्यात को 2 ट्रिलियन अमरीकी डालर तक बढ़ाने का प्रयास करता है और विशेष रूप से रुपये में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार निपटान पर केंद्रित है।केंद्र सरकार भारतीय रुपये को वैश्विक मुद्रा बनाने और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार निपटान की अनुमति देने की दिशा में काम कर रही है। यह तंत्र भारतीय करंसी का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने में मदद करेगा।एक करंसी को “अंतर्राष्ट्रीय” तभी कहा जा सकता है, यदि इसे विनिमय के माध्यम के रूप में दुनिया भर में व्यापक रूप से स्वीकार किया जाता है।