बागपत: जिले में इस साल एक अच्छा पेराई सीजन होने बाद किसानों के सामने एक मुसीबत खड़ी है, और वो है पोक्का बोइंग किट के हमले की। पोक्का बोइंग से गन्ने की नई पत्तियों के नीचे सफेद रंग के धब्बे बन रहे हैं। इस रोग का सामना करने को लेकर किसान काफी असमंजस में है। गन्ना फसल को हो रहे नुकसान से चिंतित भी है।
अमर उजाला डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, जिला कृषि रक्षा अधिकारी डॉ. सूर्य प्रताप सिंह ने कहा कि, गन्ने की फसल में पोक्का बोइंग रोग फ्यूजेरियम मानिलीफोरम नामक कवक से फैलता है। जिसका सीधा असर उत्पादन क्षमता पर होता है। जल्द से जल्द कीटनाशक का छिड़काव ही नुकसान से बहकने का एकमात्र विकल्प है। गन्ना और कृषि विभाग द्वारा किसानों को पोक्का बोइंग रोग से फसल का बचाव करने के तरीकों से अवगत कराया जा रहा है।
हाल के दिनों में मौसम की स्थिति में उतार-चढ़ाव ने उत्तर प्रदेश में गन्ने की फसल के लिए चिंता का विषय बना दिया है। राज्य सरकार ने हालही में अपने अधिकारियों को गन्ना अनुसंधान परिषद के वैज्ञानिकों के साथ साइट पर निरीक्षण करके फसल पर हमला करने वाले कीड़ों और कीटों की रोकथाम के लिए उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए है।