नई दिल्ली : यूनाइटेड स्टेट्स ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव (USTR) ने भारत द्वारा अमेरिकी एथेनॉल आयात पर प्रतिबंध को ‘अनुचित व्यापार व्यवहार’ (unfair trade practice) बताया। अपनी 2025 राष्ट्रीय व्यापार अनुमान रिपोर्ट में, USTR ने भारत, चीन, जापान, यूरोपीय संघ और अन्य सहित कई महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदारों द्वारा लगाए गए 10 प्रमुख व्यापार अवरोधों की पहचान की। USTR का तर्क है कि ये व्यवहार व्यापार को विकृत करते हैं और अमेरिकी निर्माताओं, निर्यातकों और श्रमिकों पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं।
USTR की ओर से एक्स पर एक पोस्ट में निष्पक्ष बाजार पहुंच की आवश्यकता पर जोर दिया गया, जिसमें कहा गया, भारत ईंधन के उपयोग के लिए अमेरिकी एथेनॉल के आयात पर प्रतिबंध लगाता है। इसी तरह, थाईलैंड ईंधन एथेनॉल के आयात को प्रतिबंधित करता है, और उसने 2005 से ईंधन एथेनॉल के लिए आयात परमिट को मंजूरी नहीं दी है। अमेरिकी ईंधन एथेनॉल के निर्यात के लिए भारत और थाईलैंड में बाजार पहुंच सुनिश्चित करने से वार्षिक निर्यात मूल्य में कम से कम अतिरिक्त $414 मिलियन की वृद्धि होगी।
भारत वर्तमान में मिश्रण के लिए ईंधन एथेनॉल आयात की अनुमति नहीं देता है और विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) द्वारा निर्धारित प्रतिबंधों के तहत गैर-ईंधन उद्देश्यों के लिए एथेनॉल आयात के लिए लाइसेंसिंग को भी अनिवार्य करता है। चालू एथेनॉल आपूर्ति वर्ष (ईएसवाई) 2024-25 में पेट्रोल में एथेनॉल मिश्रण फरवरी में 19.7 प्रतिशत तक पहुंच गया, जबकि नवंबर 2024 से फरवरी 2025 तक संचयी औसत एथेनॉल मिश्रण 18 प्रतिशत रहा।